विधानसभा सत्र: विधायकों को कराना होगा कोरोना टेस्ट, वर्चुअल नहीं होगा शीतकालीन सत्र

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देहरादून: 21 दिसम्बर से उत्तराखंड विधानसभा का तीन दिवसीय शीतकालीन सत्र शुरू होगा। विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल ने आज सत्र की तैयारियों का जायजा लिया। विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि इस बार सत्र वर्चुअल नहीं होगा, बल्कि विधायकों के लिए बैठने की पूरी व्यवस्था कर दी गई है।

यह है व्यवस्था
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए सभा मण्डप में ट्रेजरी बेंच, नेता प्रतिपक्ष, उपाध्यक्ष सहित 29 विधायकों के बैठने की व्यवस्था की गई। दर्शक दीर्घा में 11 विधायकों की बैठने की व्यवस्था है। वहीं 30 विधायकों की बैठने की व्यवस्था प्रकाश पंत भवन के कक्ष संख्या 107 में की गई है। ये सब जगह सभा मंडप का हिस्सा होंगी। कक्ष संख्या 107 में विधायकों को बैठने के लिए जोर नहीं दिया जायेगा बल्कि पहले आओ-पहले पाओ की तर्ज पर व्यवस्था की गई है।

वर्चुअल नहीं होगा सत्र
पिछले सत्र की भांति इस बार विधानसभा सत्र वर्चुअल नही होगा। मीडिया से मुखातिब स्पीकर ने कहा कि विधायकों से ऑनलाइन या वर्चुअल सत्र में शामिल होने के लिए राय मांगी गई थी। लेकिन तीन दिवसीय सत्र को देखते हुए ज्यादातर विधायकों ने ऑनलाइन सत्र से इनकार किया। लिहाजा इस बार ऑनलाइन सत्र नहीं किया जायेगा।

जरूरी है कोरोना टेस्ट
विधानसभा अध्यक्ष के मुताबिक कोरोना संक्रमण को देखते हुए विधायकों को कोरोना टेस्ट कराना अनिवार्य किया गया है। सत्र में शामिल होने के लिए विधायकों से 72 घंटे तक की कोविड निगेटिव रिपोर्ट मांगी गई है। हालांकि विधानसभा के मुख्य गेट पर रेपिड एंटीजन टेस्ट की व्यवस्था होगी। निगेटिव रिपोर्ट न होने पर वापस लौटा दिया जाएगा।

सत्र में पूछे जायेंगे 462 प्रश्न
विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि सदन के प्रथम दिन दिवंगत हुए 4 विधायकों को श्रद्धांजलि प्रेषित की जायेगी। उसके बाद सदन की कार्यवाही प्रारम्भ की जायेगी। उन्होंने जानकारी देने हुए कहा कि अभी तक विधानसभा को विधायकों के 462 प्रश्न प्राप्त हुए हैं।

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